एकाग्रता का रहस्य
एकाग्रता ही सभी प्रकार के ज्ञान की नींव है, इसके बिना कुछ भी करना सम्भव नहीं है। ज्ञानार्जन के लिए किस प्रकार मन को एकाग्र करना चाहिए इसका दिग्दर्शन इस पुस्तिका में किया गया है। एकाग्र मन एक सर्च लाइट के समान है। सर्चलाइट हमें दूर तथा अँधेरे कोनों में पड़ी वस्तुओं को भी देखने में समर्थ बनाता है।
एकाग्रता ही सभी प्रकार के ज्ञान की नींव है, इसके बिना कुछ भी करना सम्भव नहीं है। ज्ञानार्जन के लिए किस प्रकार मन को एकाग्र करना चाहिए इसका दिग्दर्शन इस पुस्तिका में किया गया है
एकाग्र मन एक सर्च लाइट के समान है। सर्चलाइट हमें दूर तथा अँधेरे कोनों में पड़ी वस्तुओं को भी देखने में समर्थ बनाता है।
शाबर सुरक्षा कवच मंत्र शाबर सुमेरु मंत्र का जप कर लेने के बाद शाबर सुरक्षा कवच का भी एक सौ आठ बार जप कर लेना चाहिए । इससे पूरी सुरक्षा हो जाती है । शाबर सुरक्षा कवच मंत्र निम्न है ॐ नमो आदेश गुरु को ईश्वरो वाचा । अजरी बजरी बाड़ा बजरी , मैं बञ्जरी । बांधो दशो दुवार हवा , और को धालो । तो पलट हनुमंतवीर उसी को मारे । पहली चौकी मनपती , दूजी चौकी हनुमंत । तीजी चौकी में भैरो , चौथी चौकी देवी रक्षा करन को आवे । श्री नरसिंह देव जी , शब्द सांचा , पिंड काचा , चले मंत्र ईश्वरोवाचा । उपरोक्त सिद्ध मंत्र को जरूरत पड़ने पर सात बार जप करके अपने शरीर का स्पर्श करते रहें । इसके साथ इस मंत्र से अभिमंत्रित जल अपने ऊपर और आस - पास छिड़क . लें और अपने चारों ओर जल से रेखा खींच लें । इससे साधना निर्विघ्न सफल होगी ।
Assignment help
No comments:
Post a Comment
if you have any assignment problem please contact us